हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम का नाम जाफ़र व आपका मुख्य लक़ब सादिक़ है। हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम हज़रत इमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत उम्मे फ़रवा पुत्री क़ासिम पुत्र...
View Articleहज़रत इमाम मूसा काज़िमअलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम का नाम मूसा व आपकी मुख्य उपाधियां काज़िम, बाबुल हवाइज व अब्दे सालेह हैं। हज़रत इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत हमीदा खातून...
View Articleहज़रत इमाम रिज़ा अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम रिज़ा अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधि रिज़ा है।हज़रत इमाम रिज़ा अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत नजमा थीं। आपकी माता को समाना, तुकतम, व ताहिराह...
View Articleहज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम का नाम मुहम्मद व आपकी मुख्य उपाधियाँ तक़ी व जवाद है। हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 195 हिजरी क़मरी मे रजब मास की दसवी (10) तिथि को हुआ था। हज़रत इमाम तक़ी...
View Articleहज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधियाँ हादी व नक़ी हैं।आपके पिता हज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत समाना थीं।हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 212 हिजरी...
View Articleहज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का नाम हसन व आपकी मुख्य उपाधि अस्करी है।हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 232 हिजरी क़मरी मे रबि उल आखिर मास की आठवी (8) तिथि को पवित्र शहर मदीने मे हुआ था।हज़रत...
View Articleइमाम महदी अलैहिस्सलाम
इमाम महदी अलैहिस्सलामइमाम महदी अलैहिस्सलामहदीसे रसूल की रौशनी मेंमुक़द्दमाक़ुरआनी मुक़ारेनतहदीसुल मुनाशिदामहदीख़ानएकाबाकेख़ज़ानेकीतक़सीमफ़रमायेगेंऔर यह उसी वक़्त होगा जब हमारा क़ायम ज़हूर...
View Articleइस्लाम के सिध्दांतों और आम मुसलमानों के व्यवहार को अलग-अलग करके देखना होगा।
इस्लाम के सिध्दांतों और आम मुसलमानों के व्यवहार को अलग-अलग करके देखना होगा।आज के इस दौर मैं इस्लाम के सिध्दांतों और आम मुसलमानों के व्यवहार को अलग-अलग करके देखना होगा। यह मुसलमान के लिये शर्म की बात...
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आज हमारे चारों तरफ यह इंसान जो कुछ भी करता नज़र आता है उसके पीछे केवल एक मकसद हुआ करता धन कमाना अब अपना यह मकसद चाहे इंसान समाज सेवा के नाम पे हल करे, नेतागिरी के नाम पे हल करे ,या व्यापार और नौकरी से...
View Articleइस्लाम की नज़र में बच्चे का गोद लेना और उसको अपनी सम्पति देना |
इस्लाम के कानून के अनुसार यतीम को पालने और उनकी मदद करने की बहुत ज्यादा अहमियत है | यहाँ तक कहा गया है कि यतीम को इस तरह पालो की अपने बच्चों और उसके दरमियान कोई फर्क न हो| हजरत मुहम्मद (स.अ.व) ने कहा...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए हम्द
कुरान क्या है ?हमें ज्ञात है कि वर्तमान विकसित और औद्योगिक जगत में जो वस्तु भी बनाई जाती है उसके साथ उसे बनाने वाली कंपनी द्वारा एक पुस्तिका भी दी जाती है जिसमें उस वस्तु की तकनीकी विशेषताओं और उसके...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2 : 1-25
इस लेख में हम पवित्र क़ुरआन के दूसरे सूरे अर्थात सूरए बक़रह की व्याख्या आरंभ कर रहे हैं। बक़रह शब्द का अर्थ होता है गाय। बनी इस्राईल की गाय की कथा के कारण इस सूरे का नाम बक़रह पड़ा। सूरए बक़रा का आरंभ...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2 :31-34-ज्ञान व याद रखने की क्षमता की...
सूरए बक़रह की आयत नंबर ३१ और ३२ का अनुवाद इस प्रकार है।और ईश्वर ने आदम को (सृष्टि की वास्तविकता के) सभी नामों की शिक्षा दी। फिर उन्हें फ़रिश्तों के समक्ष प्रस्तुत किया और कहा कि यदि तुम सच कहते हो तो...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2: 28-30 ,ईश्वरीय शासक या ख़लीफ़ा का...
सूरए बक़रह; आयत २८ सुरए बक़रह की आयत नंबर २८ इस प्रकार है।किस प्रकार तुम ईश्वर का इन्कार करते हो जबकि जब तुम निर्जीव थे तो उसी ने तुम्हें जीवित किया फिर वही तुम्हें मारता है और फिर वही तुम्हें पुनः...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2 : 26 -27 - धार्मिक शिक्षाओं की प्राप्ति...
सूरए बक़रह की आयत क्रमांक २६ इस प्रकार है।निश्चित रूप से ईश्वर को इस बात से लज्जा नहीं आती कि वह मच्छर या उससे भी तुच्छ वस्तु की उपमा दे। जो लोग ईमान लाए हैं वे जानते हैं कि यही सच है और उनके पालनहार...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2:35-43, हजरत आदम की कहानी |
सूरए बक़रह की आयत क्रमांक ३५ इस प्रकार है।और हमने कहा हे आदम! तुम और तुम्हारी पत्नी इस बाग़ अर्थात स्वर्ग में रहो तथा इसके असंख्य और स्वादिष्ट फलों से जितना चाहो खाओ परन्तु उस पेड़ के समीप न जाना कि...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2:40-43- नमाज़
सूरए बक़रह; आयतें ४०-४३ (कार्यक्रम 26)सूरए बक़रह की आयत संख्या ४० इस प्रकार है।हे बनी इस्राईल! मैंने तुम्हें अपनी जो अनुकंपाएं प्रदान की हैं, उन्हें याद करो और मुझे दिये गए वचन का पालन करो ताकि मैं...
View Articleजीवन के मार्ग के चयन में मनुष्यों के तीन गुट हैं।
जीवन के मार्ग के चयन में मनुष्यों के तीन गुट हैं। एक गुट वह है जो सीधे मार्ग का चयन करता है और अपने व्यक्तित्व तथा सामाजिक जीवन को ईश्वर के बताए हुए क़ानूनों के आधार पर संचालित करता है। दूसरा गुट उन...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2:44-74
सूरए बक़रह की आयत संख्या ४४ इस प्रकार है।क्या तुम लोगों को भलाई का आदेश देते हो और अपने आपको भूल जाते हो जबकि तुम ईश्वरीय किताब भी पढ़ते हो, क्या तुम चिंतन नहीं करते? (2:44)यह आयत यहूदियों के...
View Articleकुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2:75-88,मनुष्य का सौभाग्य और दुर्भाग्य...
सूरए बक़रह की ७५वीं आयत इस प्रकार है। )क्या तुम्हें इस बात की आशा है कि यहूदी तुम्हारे धर्म पर ईमान ले आएंगे जबकि उनका एक गुट ईश्वर की बातों को सुनता था तथा उनको समझने के पश्चात उनमें कठोर फेर बदल कर...
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