हजरत अली (अ.स) का इन्साफ और उनके मशहूर फैसले|
इस लेख के भाग - एक में मैंने बताया कि रसूल(स.) के बाद धर्म के सर्वोच्च अधिकारी का पद अल्लाह ने अहलेबैत को ही दिया। इतिहास का कोई पन्ना अहलेबैत में से किसी को कोई ग़लत क़दम उठाते हुए नहीं दिखाता जो कि...
View ArticleDays of Muharram
यह इस्लामी महीना अपने साथ जो यादें लेकर आता है यदि उनको समझा जाए तो मुहर्रम की विशेष मजलिसों अर्थात सभाओं व जुलूसों आदि का कारण समझ में आ जाता है। आइए पहले मुहर्रम की पृष्ठभूमि को समझते हैं। सन ६१...
View Articleमानवता को इमाम हुसैन की बेमिसाल देन -डा. अनवर जमाल -देवबंद
यज़ीद के सामने धार्मिक शक्तियाँ कमज़ोर पड़ चुकी थीं। वे उससे मुक़ाबला नहीं कर सकती थीं लेकिन फिर भी उसके ज़ुल्म को ज़ुल्म कहने से वे न रूके। हज़रत ज़ैद बिन अरक़म एक ऐसे ही धार्मिक शख्स थे। वह अल्लाह के रसूल...
View Articleविवाह क्या है ?
आज विवाह के संबंध में बात-चीत करेंगे। यह ऐसा विषय है जो युवावस्था में प्राय: एक समस्या के रूप में सामने आता है। आरम्भ में हम इस्लामी देशों में विवाह के विषय पर चर्चा करेंगे।पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो...
View Articleहज़रत फ़ातेमा ज़ेहरा की फ़ज़ीलत
रसूले ख़ुदा (स.) के हवाले से हज़रत फ़ातेमा ज़ेहरा की फ़ज़ीलत में कुछ हदीसेःقال رسول الله صلی الله علیه و آله و سلم: اذا کان ویوم القیامت نادی منادی یا اهل الجمیع غضوا ابصارکم حتی تمر فاطمهरसूले ख़ुदा...
View Articleहज़रत ख़दीजा को दो कफ़न क्यूँ दिये गये?
हज़रत ख़दीजा अ. के बाप ख़ुवैलद और मां फ़ातिमा बिंते ज़ाएदा बिंते असम हैं। जिस परिवार में आपका पालन पोषण हुआ वह परिवार अरब के सारे क़बीलों में सम्मान की नज़र से देखा जाता था और पूरे अरब में उसका प्रभाव...
View Articleसुरे कौसर -एक जिंदा मुअज्ज़ा |
सुरे कौसर -एक जिंदा मुअज्ज़ा |यह सुरा, कुरान का एक ऐसा जिंदा मुअज्ज़ा है जिसका इनकार ख़ुद मुसलामानों की एक बड़ी जमात कर रही है, सिर्फ़ कौसर के लुग्वी मानी को इख्तेयार न करते ही.हुज़ूर (स.अ.व ) ने इमाम...
View Articleहज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस (प्रवचन)
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस (प्रवचन)यहां पर हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.) की वह अहादीस (प्रवचन) जो एक इश्वरवाद, धर्मज्ञान व लज्जा आदि के संदेशो पर आधारित हैं उनमे से मात्र चालिस कथनो का चुनाव करके...
View Articleपैगम्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि वसल्लम की...
पैगम्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि वसल्लम की अहादीस (प्रवचन) यहाँ पर अपने प्रियः आध्ययनकर्ताओं के लिए हज़रत पैगम्बरे इस्लाम (स.) के चालीस मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत किये...
View Articleआज यह आवश्यक है की आदरनीय पैगम्बर मुहम्मद साहिब के सही किरदार को पेश किया जाए.
अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मद व आले मुहम्मद आज जबकि मानव समाज आध्यात्मिक पतन की ओर उनमुख है। तथा असदाचारिता, असत्यता ,छल, कपट, द्वेष, भोग विलासिता तथा अमानवियता चारों ओर व्याप्त है। इस पतन को रोकने के...
View Articleहज़रत अमीरुल मोमिनीन अली अलैहिस्सलाम जीवन परिचय व चारित्रिक विशेषताऐं
आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।आपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत अब्दुल मुत्तलिब व आपकी माता आदरनीय फ़तिमा पुत्री हज़रतअसद थीं।आप...
View Articleहज़रत फ़ातिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा का जीवन परिचय व चारित्रिक विशेषताऐं
आप का नाम फ़ातिमा व आपकी उपाधियां ज़हरा ,सिद्दीक़ा, ताहिरा, ज़ाकिरा, राज़िया, मरज़िया,मुहद्देसा व बतूल हैं।हज़रत फ़ातिमा सलामुल्लाह अलैहा के पिता पैगम्बर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा व आपकी माता हज़रत...
View Articleहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय व चारित्रिक विशेषताऐं
हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे। हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जन्म रमज़ान मास की पन्द्रहवी (15)...
View Articleहज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत फ़तिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। आप अपने माता पिता की द्वितीय सन्तान थे।हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जन्म सन् चार...
View Articleहज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधियां सज्जाद व ज़ैनुल आबेदीन हैं। सज्जाद अर्थात अत्यअधिक सजदे करने वाला। ज़ैनुल आबेदीन अर्थात इबादत की शोभा।हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम के...
View Articleहज़रत इमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
आपका नाम मुहम्मद व आपका मुख्य लक़ब बाक़िरूल उलूम है। हज़रत इमाम बाक़िर अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 57 हिजरी मे रजब मास की प्रथम तिथि को पवित्र शहर मदीने मे हुआ था।हज़रत इमाम बाकिर अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत...
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