क्यों और कबसे मुसलमान बैतुल मुक़द्दस के स्थान पर काबे की ओर मुंह करके नमाज़...
क्यों और कबसे मुसलमान बैतुल मुक़द्दस के स्थान पर काबे की ओर मुंह करके नमाज़ पढ़ने लगे। मुसलमान प्रतिदिन पांच बार नमाज़ पढ़ते हैं। दुनिया भर के मुसलमान काबे की ओर मुंह करके नमाज़ पढ़ते हैं जो पवित्र...
View Articleजिस्म का वजूद में आना इस्लाम के अनुसार और ग़ुस्ल ऐ जनाबत |
जिस्म का वजूद में आना इस्लाम के अनुसार शेख सुद्दूक (अ.र.) की किताब एललुश-शराये में ‘मय्यत को गुस्ल क्यों देते हैं?’ का जवाब देते हुए इमामों की कुछ हदीसें पेश की गयी हैं।इमाम हज़रत अली बिन हुसैन...
View Articleजानिए दो वैज्ञानिकों ने क्या बताया की मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है |
मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है | आत्मा के अमर होने की मान्यता को वैज्ञानिक समर्थन भी मिल रहा है। भौतिकी और गणित के दो वैज्ञानिकों ने लंबे शोध के बाद दावा किया है कि आत्मा कभी नहीं मरती, केवल शरीर...
View Articleबीमार अगर अपनी बीमारी ना बताय या ना पहचाने तो कौन उसका इलाज करे ?
बीमार अगर अपनी बीमारी ना बताय या ना पहचाने तो कौन उसका इलाज करे ?Discover Jaunpur , Jaunpur Photo AlbumJaunpur Hindi Web , Jaunpur Azadari
View Articleसूरए यूसुफ़ तर्जुमा और तफ़्सीर
सूरए यूसुफ़सूरए यूसुफ़, आयतें 1-3, आज से हम सूरए यूसुफ़ की व्याख्या आरंभ करेंगे जिसमें ईश्वरीय दूत हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम के जीवन की विभिन्न उतार चढ़ाव भरी घटनाओं का उल्लेख है। क़ुरआने मजीद के अन्य...
View Articleहसान को भूलने वाला लोगों पर नेकियों के दरवाज़े को बंद करता है।"हज़रत मुहम्मद...
रसूले ख़ुदा (स.) इर्शाद फ़रमाते हैं किः- "एहसान को भूलने वाला मलऊन है जो लोगों पर नेकियों के दरवाज़े को बंद करता है।"जब एहसान को भूला दिया जाता है तो इंसान एहसान करने से हाथ खींच लेता है क्यों कि वह...
View Articleमोहल्ला कटघरा में नसीर हाउस का 39 वां क़दीमी अशरा ऐ मजलिस माह ए सफर
मोहल्ला कटघरा में नसीर हाउस का 39 वां क़दीमी अशरा ऐ मजलिस माह ए सफररिपोर्ट एस एम् मासूम जौनपुर | मोहल्ला कटघरा में नसीर हाउस में क़दीमी अशरा ऐ मजलिस माह ए सफर में तक़रीबन 39 सालों से होती रही है | अपने...
View Articleतफ़सीरे सूरऐ हम्द-लेखकः आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी
तफ़सीरे सूरऐ हम्द-लेखकः आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ीबिस्मिल्लाह हिर्रेहमान निर्रहीमसूरऐ हम्दमक्की सूरत है और इस मे 7 आयात हैसूरऐ हम्द की ख़ुसूसियातये सूरत क़ुराने मजीद के दीगर सूरतो की निस्बत बहुत सी...
View Articleमनुष्य के जीवन को केवल सांसारिक जीवन तक सीमित करना, उसे पशुओं के स्तर पर नीचे...
मनुष्य के जीवन को केवल सांसारिक जीवन तक सीमित करना, उसे पशुओं के स्तर पर नीचे ले आने के समान हैसूरए मोमिनून, आयतें 31-37फिर उनके पश्चात हमने एक दूसरी जाति को बनाया। (23:31) तोउनमें हमने स्वयं उन्हीं...
View ArticleWhat is soul according to American physicist Dr. Stuart Hameroff
What is soul according to American physicist Dr. Stuart Hameroff The soul is maintained in micro-tubules of brain cells. The two scientists refer to this process as “Orchestrated Objective Reduction,”...
View Articleमासूमा ऐ क़ुम हजरत फातेमा मासूमा
आप का इस्मे मुबारक फ़ातिमा है! आप का मशहूर लक़ब "मासूमा"है!आप के पिता शियों के सातवें इमाम हज़रत मूसा इब्न जाफ़र (अ:स) हैं और आप की माता हज़रत नजमा ख़ातून हैं और यही महान स्त्री आठवें इमाम (अ:स) की भी...
View Articleसूरए मरयम l तर्जुमा और तफसीर : अहं व घमंड तथा श्रेष्ठताप्रेम, कुफ़्र का मार्ग...
सूरए मरयम l तर्जुमा और तफसीरकुरान ए मजीद के 19वें सूरे अर्थात सूरए मरयम मक्का नगर में ईश्वर की ओर से पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम के पास भेजा गया।इस सूरे में हज़रत ज़करिया, हज़रत...
View Articleनमाज़ हदीस के आईने मे
नमाज़ हदीस के आईने मे 1. रसूले अकरम (स.अ.व.व)हमेशा मेरे उम्मती खैरो बरकत को देखेंगे जब तक की एक दूसरे से मौहब्बत करते रहे, नमाज पढ़ते रहे, जकात देते रहे और मेहमान की इज़्ज़त करते रहे।(अमाली शेख...
View Articleसूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे |
सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे | सूरए मोमिनून की 38वीं, 39वीं और 40वीं आयतإِنْ هُوَ إِلَّا رَجُلٌ افْتَرَى عَلَى اللَّهِ كَذِبًا وَمَا نَحْنُ لَهُ بِمُؤْمِنِينَ...
View Articleइमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम एक वैज्ञानिक चिन्तक और दार्शनिक थे
इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम एक वैज्ञानिक चिन्तक और दार्शनिक थेआप की पैदाइश :- हज़रत सय्यदना इमाम जाफ़र सादिक़ रदियल्लाहु अन्हु की विलादत बसआदत 17, रबीउल अव्वल बरोज़ पीर के दिन 80, हिजरी या 83, हिजरी मदीना...
View Articleअनीस के मर्सिए युद्धकला और कर्बला की घटनाओं का जीवंत वर्णन करते हैं
Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaUTum...
View Articleसमाज में जीने का इस्लामिक अंदाज जानिए।
Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaTum...
View Articleमौत से कब्र तक हदीस ए मासूमीन के आईने में।
Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaTum...
View Articleवो वक़्त जब आपकी दुआ स्वीकार की जाती है
Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaTum...
View Articleमेरे भाई गुस्सा मत करना, गुस्सा किया तो रोजा खत्म.
नफ्स की बीमारियों मैं ग़ुस्सा बहुत अहम है और यह एक ऐसी बीमारी है जिसके बारे मैं हज़रत अली (अ.स) ने फ़रमाया की यह शुरू होता है पागलपन से और इसका अंत है पछतावा |ग़ुस्सा कमज़ोर इंसान की पहचान है और सबसे...
View Articleख्याल रहे कि रोज़ा रात भर खाने का नाम नहीं रात भर इबादत करने का नाम है
रमजान के महीने मैं हर मुसलमान सुबह सूरज निकलने के पहले से सूरज ढलने तक कुछ ना खाता है और ना ही कुछ पीता है. क्यों?जवाब तो यह है कि अल्लाह ने हुक्म दिया है हे विश्वासियों! रोज़ा तुमहारे लिए निर्धारित...
View Articleक़ुरान की नज़र से वालेदैन के लिए औलाद की ज़िम्मेदारियाँ
क़ुरान की नज़र से वालेदैन के लिए औलाद की ज़िम्मेदारियाँ क़ुर्आन और मासूमीन अ.स. की हदीसों में वालेदैन के साथ नेक बर्ताव और अच्छे अख़लाक़ से पेश आने पर बहुत ज़ोर दिया गया है, अल्लाह ने कई जगहों पर अपनी...
View Articleक़ुरान पढ़ने में कहाँ सजदा वाजिब है ?
क़ुरान पढ़ने में कहाँ सजदा वाजिब है ? कुरान करीम की तिलावत करते वक़्त कुछ मकाम ऐसे आते है जहाँ सजदा करना वाजिब है कुरान में चार मकाम ऐसे है जहा सजदा करना वाजिब है और ताखीर नही करनी चाहिए फ़ौरन सजदे अदा...
View Articleसूरए मोमिनून, आयतें 52-56
सूरए मोमिनून, आयतें 52-56,और निश्चय ही तुम्हारा यह समुदाय, एकजुट समुदाय है और मैं तुम्हारा पालनहार हूँ। तो केवल मुझ से डरो। (23:52) ईश्वर ने सभी पैग़म्बरों और उनके अनुयाइयों को भले कर्म करने का...
View Articleहज़रत आदम के जन्म की कहानी इमाम अली की ज़बानी
हज़रत आदम के जन्म की कहानी इमाम अली की ज़बानीआदम (अ) की तख़लीक़ और इंसान का इम्तिहानपरवरदिगारे आलम ने ज़मीन के सख़्त, नर्म, शूर (नमकीन) और शीरीं (मीठे) हिस्सों से ख़ाक को जमा किया और उसे पानी से इस...
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