अपने दो भाईयो के बीच सुलह करा दो और अल्लाह का डर रखो,
ऐ ईमानवालो! अल्लाह और उसके रसूल से आगे न बढो और अल्लाह का डर रखो। निश्चय ही अल्लाह सुनता, जानता है (1)ऐ लोगो, जो ईमान लाए हो! तुम अपनी आवाज़ों को नबी की आवाज़ से ऊँची न करो। और जिस तरह तुम आपस में...
View Articleईद की मुबारकबाद- जानिये ईद क्या है ?
सभी लोगों को ईद की मुबारकबाद | मशहूर शायर कामिल जौनपुरी ने क्या खूब कहा है |मैखान-ए-इंसानियत की सरखुशी, ईद इंसानी मोहब्बत का छलकता जाम है।आदमी को आदमी से प्यार करना चाहिए, ईद क्या है एकता का एक हसीं...
View Articleईद मे गरीबो का ख्याल अवश्य रखे |
ईद मे गरीबो का ख्याल अवश्य रखे |ईद के चांद ने वातावरण को एक नए रूप मे खुशगवार बना दिया . चांद देखते ही लोगों के बीच फ़ितरे की बातें होने लगीं. फ़ितरा उस धार्मिक कर को कहते हैं जो प्रत्येक मुस्लिम...
View Articleहज़रत फ़ातेमा ज़हरा की श्रेष्ठता -कुछ हदीसें
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा की श्रेष्ठता साबित करने वाली हदीसेंहम अपने इस लेख में केवल उन हदीसों को बयान कर रहे हैं जो अहले सुन्नत की किताबों में दर्ज हैं, स्पष्ट रहे कि यह उस सभी हदीसों का संग्रह नहीं है...
View Articleहदीसे किसा हिंदी मे आप भी पढे |
जाबिर इब्न अब्दुल्लाह अंसारी बीबी फ़ातिमा ज़हरा (स:अ) बिन्ते रसूल अल्लाह (स:अ:व:व) से रिवायत करते हुए कहते हैं के मैने जनाब फ़ातिमा ज़हरा (स:अ) से सुना है की वो फ़रमा रहीं थीं के :-एक दिन मेरे बाबा...
View Articleकुरान के बारे में हमारी गलतफहमियां और इसका पढना |
लोग कहते हैं की कुरान किसी गैर मुसलमान के हाथ में नहीं जानी चाहिए लेकिन मैंने सुना है कि हमारे आखिरी रसुल मुह्म्मद सल्लाहॊं अलैह वस्ल्लम ग़ैर-मुसलमान राजाओं को खत लिखवाते थे जिसमे कुरान की आयतें लिखाई...
View Articleउस उम्मत के आखिर में एक ऐसी क़ौम आयेगी
इमाम सादिक (अ. स.) अपने एक सहाबी से फरमाते हैं कि"जब तुम देखो कि ज़ुल्म व सितम आम हो रहा है, कुरआन को एक तरफ़ रख दिया गया है, हवा व हवस के आधार पर क़ुरआन की तफ्सीर की जा रही है, अहले बातिल (झूठे) हक़...
View Articleनमाज़ की हकीकत |
नमाज़ और लिबासरिवायात मे मिलता है कि आइम्मा-ए-मासूमीन अलैहिमुस्सलाम नमाज़ का लिबास अलग रखते थे। और अल्लाह की खिदमत मे शरफ़याब होने के लिए खास तौर पर ईद व जुमे की नमाज़ के वक़्त खास लिबास पहनते थे।...
View Articleहज़रत फ़ातेमा ज़हरा की श्रेष्ठता -कुछ हदीसें
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा की श्रेष्ठता साबित करने वाली हदीसेंहम अपने इस लेख में केवल उन हदीसों को बयान कर रहे हैं जो अहले सुन्नत की किताबों में दर्ज हैं, स्पष्ट रहे कि यह उस सभी हदीसों का संग्रह नहीं है...
View Articleपाप या ग़लती का अज्ञानता व सूझबूझ से गहरा संबंध|
ईश्वरीय दूतों का इस लिए पापों से दूर रहना आवश्यक है क्योंकि यदि वे लोगों को पापों से दूर रहने की सिफारिश करेगें किंतु स्वंय पाप करेंगे तो उनकी बातों का प्रभाव नहीं रहेगा जिससे उनके आगमन का उद्देश्य ही...
View Articleअफवाह फैलाने वालो और झूट बोलने वालो के प्रति समाज की जिम्मेदारी । सूरए नूर,...
अफवाह फैलाने वालो और झूट बोलने वालो के प्रति समाज की जिम्मेदारी । जब तुम उस (झूठ बात) को एक दूसरे से (सुन कर) अपनी ज़बानों पर लाते रहे और अपने मुँह से वह कुछ कहते रहेजिसके विषय में तुम्हें कोई ज्ञान ही...
View Articleहमारे उलेमा की परेशानी ।
मुसलमानो के शिया फिर्क़े में इल्म हासिल करने पे बड़ा ज़ोर दिया जाता है और दीनी काम में तो ऐसे मुजतहिद जिसने अपना सारा जीवन ज्ञान हासिल करने में लगा दिया हो उसके हुक्म को मानने की नसीहत की गयी है ।हमारे...
View Articleइस आयतल कुर्सी का सवाब उसे बक्श दें जिसने आपको इसे पढना सिखाया |
दादी माँ ने ही उसे क़ुरआन पढ़ना सिखाया था और सूर-ए-हम्द, इन्ना आतैना और क़ुल हुवल्लाह याद कराने के बाद आयतलकुर्सी भी याद कराई थी। यह सोच कर उसने डेक्स पर रखा हुआ क़ुरआन खोल लिया और आयतलकुर्सी निकाल कर...
View Articleक़ुरआन ने सुनाई हज़रत यूसुफ़ और ज़ुलैख़ा के इश्क़ की दास्तान |
क़ुरआन ने सुनाई हज़रत यूसुफ़ और ज़ुलैख़ा के इश्क़ की दास्तान हज़रत यूसुफ़ अलैहिस्सलाम के भाई उन्हें कुएं में डालने के बाद रोते हुए अपने पिता के पास आए। उन्होंने पिता के समक्ष यह सिद्ध करने के लिए...
View Articleक्या चाँद पे या हुसैन लिखा दिखता है?
क्या चाँद पे या हुसैन लिखा दिखता है ये बात वर्षों से सुन रहा हूँ और अक्सर पढ़ने की कोशिश करो तो लगता भी ऐसा है । कल मैं शाम ऐ ग़रीबा के बाद रात में सोया तो एक फ़ोन आया लखनऊ से और ग़ाज़ीपुर से कि देखिये...
View Articleबीबी ज़ैनब का ख़ुत्बा (अ0) इब्ने ज़्याद के दरबार में
जब असीरों का क़ाफ़ेला दरबारे इब्ने ज़ेयाद में पहुंचा तो इब्ने ज़ेयाद ने पूछा के वह औरत कौन है जो अपनी कनीज़ों के हमराह एक गोशे में बैठी है? आपने जवाब न दिया उसने दो तीन बार इस्तेफसार किया मगर कोई जवाब...
View Articleक़ुरआन से जुड़े कुछ सवाल और जवाब ।
क़ुरआन से जुड़े कुछ सवाल और जवाब । मक्की सूरे किन सूरों को कहा जाता है ? जवाब- जो सूरे हिजरत से पहले नाज़िल हुए उनको मक्की कहा जाता है चाहे वह किसी भी मक़ाम पर नाज़िल हुए हो।सबसे पहली वही कब नाज़िल हुई ?...
View Articleक़यामत, अल्लाह तआला की रहमत, दया
क़यामत, अल्लाह तआला की रहमत, दया, हिकमत, नीति और उसके न्याय की नुमाइश का स्थान है इस बारे में क़ुर्आने मजीद में यह फ़रमाता हैः उसने अपने ऊपर रहमत को लिख लिया है निश्चित रूप से वह तुम्हे क़यामत के दिन...
View Articleअत्याचारी बादशाहों के दौर में इमाम सादिक़ अ. नें आंदोलन क्यों नहीं किया।
इमाम सादिक़ अ. के ज़माने के बादशाहों के विरुद्ध होने वाले अक्सर आंदोलनों में इमाम सादिक़ अ. की मर्ज़ी शामिल नहीं थी। और आप अहलेबैत अलैहिस्सलाम की शिक्षाओं को प्रचलित करने को प्राथमिकता देते थे। इसलिए...
View Articleआज के दौर मे लोगो को बुराई से कैसे रोके और जहूर ए इमाम मेहदी की तैयारी कैसे...
इमाम हुसैन ने करबला मे कहा बहन ज़ैनब झूठे बहुत से मददगार पैदा कर लेते हैं लेकिन सच की राह पे चलने वालो को सिर्फ गिनती के कुछ ही साथी मिला करते हैं ।इस्लाम का यह कानून की इस समाज मे जो भी अच्छा हो रहा है...
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