धर्म क्या है?
धर्म क्या है?धर्म क्या है? धर्म वास्तव में कुछ लोगों के विश्वासों और ईश्वर की ओर से मानव समाज के लिए संकलित शिक्षाओं को कहा जाता है और इसे एक दृष्टि से कई प्रकारों में बांटा जा सकता है। उदाहरण स्वरूप...
View Articleनास्तिकता और भौतिकता
नास्तिकता और भौतिकता का इतिहास बहुत प्राचीन है और ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर यह सिद्ध होता है कि जिस प्रकार प्राचीन काल से ही ईश्वर पर विश्वाश रखने वाले लोग थे, उसी प्रकार उसका इन्कार करने वाले भी लोग...
View Articleईश्वर एक है और इसके तर्क
ईश्वर एक है इसके बहुत से तर्क प्रस्तुत किये गये हैं और ईश्वर एक है या कई यह विषय अत्यधिक प्राचीन है और इस पर बहुत चर्चा हो चुकी है |इस लेख में हम ईश्वर के एक होने के कुछ सरल प्रमाण पेश कर रहे हैं ।...
View Articleसंसार में इतने पापी क्यों?
संसार में इतने पापी क्यों?ईश्वरीय दूत किसी भी प्रकार से किसी एक क्षेत्र से विशेष नहीं थे और न ही किसी एक क्षेत्र में भेजे गये यह एक तथ्य है कि लोगों के व्यवहारिक रूप से मार्गदर्शन के लिए दो चीज़ों का...
View Articleअपने कर्मो का ज़िम्मेदार मनुष्य खुद |
ईश्वर मुख्य कारक है और वही सब कुछ करता है और उसकी अनुमति के बिना एक पत्ता की नहीं खड़कता यह ऐसे वाक्य हैं जो विदित रूप से बिल्कुल सही लगते हैं किंतु इन वाक्यों और उनके अर्थों को समझने के लिए बहुत अधिक...
View Articleमरहूम बर्क जौनपुरी के मशहूर नौहे |
मरहूम बर्क जौनपुरी के मशहूर नौहे यहाँ पेश कर रहा हूँ | जौनपुर इस्लाम के चौक का ताज़ा आज भी इन्हीके मशहूर नौहे "चेहल्लुम तेरा करने के लिए आयी है जैनब " के साथ रखा जाता है |इस नौहे को आप नीचे दिए विडियो...
View Articleज्ञान का सही मार्ग
मानवीय ज्ञान को चार प्रकारों में बांटा गया है। एक है प्रयोगिक ज्ञान जिसे विज्ञान कहा जाता है, यह ज्ञान इंद्रियों के माध्यम से प्राप्त होता है। अर्थात मनुष्य आंखों से देखकर, कानों से सुनकर, त्वचा से छू...
View Articleइमाम हुसैन और अज़ादारी देवबंद में मौलाना असद अब्बास ईरानी जौनपुरी
10 मुहर्रम 61 हिजरी की जंग ए कर्बलामैं इमाम हुसैन की क़ुरबानी को केवल इस्लाम को मानने वाले ही नहीं सारा विश्व आज तक नहीं भुला सका है. हर साल १० मुहर्रम को मुसलमान इमाम हुसैन (अ.स) की क़ुरबानी को याद...
View Articleकिसने बताया वायरस और बैक्टीरिया के बारे में?
किसने बताया वायरस और बैक्टीरिया के बारे में?लेखक जीशान जैदी Zeeshan Zaidiइस दुनिया में तरह तरह के जानवर व पेड़ पौधे मौजूद हैं। इनमें से कुछ हाथी व व्हेल जैसे विशाल हैं तो दूसरी तरफ मच्छर व भुनगे जैसे...
View Articleआप कितने आज़ाद हैं और कितने ग़ुलाम?
यह सवाल हर इंसान के लिए एक बड़ी अहमियत रखता है की वो इस दुनिया में अपनी ज़िन्दगी गुज़ारने के लिए किन उसूलों पे और किसके बनाये उसूलों पे चलता है ? क्या उन उसूलों पे या कानून पे चलने को वो अपनी आज़ादी छिन...
View Articleसमाज में औरत का अहेम रोल
समाज में औरत का अहेम रोल….सक़लैन बाक़री औरत के विषय को आज की दुनिया का एक महत्वपूर्ण विषय कहना चाहिये जो हर मुल्क, हर कल्चर, हर सुसॉईटी का विषय है लेकिन अफ़सोस की बात है कि आज तक किसी भी मुल्क और सुसॉइटी...
View Articleयह है हमारा हिंदुस्तान किसी की नज़र न लगे
हिंदुस्तान में रहने वाला हर हिन्दू और मुसलमान आपस में इंसानियत के रिश्ते से हमेशा से बंधा रहा है | राजनीति से प्ररित कुछ मुल्कों ने पिछले कुछ वर्षों में इस इंसानियत के रिश्तों में दरार डालने की पूरी...
View Articleबेटियाँ कृपया ध्यान दें
जी हाँ अक्सर औरतों के हिजाब (परदे) को देख कर यह समझ लिया जाता है की इस्लाम में औरतों को कैदी बना कर रेखा जाता है यह उनपे पाबंदियां अधिक होती हैं| ऐसा वो सोंचते हैं जिनको पर्दा क्या है यह समझ ही नहीं...
View Articleजन्नतुल बक़ीअ कि तबाही अफ़सोस!
अफ़सोस! बीती हुई सदी में 44 हिजरी 8 शव्वालुलमुकर्रम को आले सऊद ने बनी उमय्या व बनी अब्बास के क़दम से क़दम मिलाते हुए ख़ानदाने नबुव्वत व इसमत के लाल व गोहर की क़ब्रों को वीरान करके अपनी दुश्मनी का सबूत...
View Articleक्या औरतों को पर्दे में रखकर उनका अपमान किया जाता है?
इस्लाम में औरतों की जो स्थिति है, उस पर सेक्यूलर मीडिया का ज़बरदस्तहमला हमेशा से होता आया है । वे पर्दे और इस्लामी लिबास को इस्लामी क़ानून में स्त्रियों की दासता के तर्क के रूप में पेश करते हैं। इसे...
View Articleक्यों हम अपनी पहचान खोते जा रहे हैं?
इस दुनिया में आने के बाद अपने माता पिता और समाज के लोगों के बीच रहता हुआ उन जैसा बनने लगता है |बड़े होने पे उसके जीवन में अपने माता पिता का धर्म और उस समाज के तौर तरीकों की झलक सी दिखने लगती है | हदीस...
View Articleज्ञान की बातें
एक गैर मुसलमान लड़की ने अपनी मुसलमान सहेली से पुछा तुम्हारे मज़हब में तो पर्दा वाजिब है और यह तो कुरान में भी बताया गया है | अल्लाह का हुक्म है जिसके खिलाफ मुस्लमान नहीं चलता फिर तुम बेपर्दा क्यों...
View Articleपरदे अपने दिलों दिमाग से हटा डालो |
इंसान अशरफुल मख्लुकात है लेकिन यह इंसान अपने में इतना मशगूल हो जाया करता है की वो अपनी सलाहियतों को भी नहीं पहचान पाता | इंसान को चाहिए की खुद से अलग हट कर अपनी फ़िक्र को आगे बढ़े और अपने ज़हनो पे जो...
View Articleमैं मुसलमान हो गया |
अक्सर यह इलज़ाम इस्लाम को मानने वालों पे लगाया जाता रहा है की इस्लाम तलवार की ज़ोर पे फैला | जबकि इस्लाम का उसूल है किसी पे जब्र नहीं | ज़बरदस्ती किसी को ताक़त या लालच के ज़ोर पे मुसलमान नहीं बनाया जा...
View Articleसूरत या सीरत किस्मे आपका विशवास है |
कल मैंने एक लेख लिखा था "मैं मुसलमान हो गया | " बहुत से लोगों ने सवाल भी पूछे| सभी के सवाल अपनी जगह जाएज़ हैं, इसीलिये यहाँ कुछ उदाहरण के साथ जवाब देने की कोशिश कर रहा हूँ | सवाल पूछने वालों के...
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