माँ बाप का दर्जा
इस्लाम में वालिदैन का मक़ाम ,लेखक ..मौलानाः सैय्यद मज़हर अली नक़वी अमरोहवीक़ुरआन माँ बाप के बारे में कहता हैः- तुम्हारे रब ने फ़ैसला कर दिया है कि उस (अल्लाह) के सिवा किसी की बन्दगी न करो और माँ-बाप के...
View Articleइस्लाम की हकीकत
इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिसके बारे में समाज में तरह तरह की बातें फैली हुई हैं जिनमे से अधिकतर या तो इसे बदनाम करने के लिए फैलाई गयी हैं या कुछ खुद को पैदायशी मुसलमान कहने वालों की अज्ञानता के कारन फैली...
View Articleधार्मिक प्रवचनों को केवल कहानियों की तरह न सुने|
इंसान को जीवन में यदि कुछ पाना है तो उसके लिए मेहनत अवश्य करनी होती है लेकिन इन्सान की इच्छा हमेशा यही रही है की उसे कम या बिना मेहनत के सबकुछ मिल जाए |अपनी कम मेहनत और अधिक लाभ की इच्छा को पूरी करने...
View Articleइस्लाम में इंसान की जान की कीमत
इस्लाम में इंसान की जान की कीमत का अंदाज़ा आप मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना क़ल्बे सादिक की इस विडियो में कही बातों से लगा सकते हैं | डॉ कल्बे सादिक़ फरमाते हैं कि यदि कोई मुस्लिम अपने घर से नहा-धो कर पवित्र...
View Articleमज़हबी साजिशों का शिकार यह समाज|
इधर मैंने कुछ लेख इस्लाम और आज का मुसलमान जैसे विषयों पे लिखे जैसे इस्लाम के दामन में लगा दाग़ ,धर्म और भ्रष्टाचार ,इस्लाम की हकीकत" बहुत से लोगों ने सवाल भी पूछे| कुछ के सवाल इस बात की ओर इशारा करते...
View Articleमुसलमान आज भी इन साजिशों का शिकार नहीं है|
इस्लाम के सिलसिले में इन दो लव्जों फतवा और जिहाद का सबसे अधिक ग़लत इस्तेमाल हुआ है | इसके ज्यादा ज़िम्मेदार हम मुस्लिम खुद ही हैं| हमने अपनी कौम के नीम हाकिम और बिकाऊ मुल्लाओं को न पहचान के उनका साथ...
View Articleयुवाओं को सही उम्र में जीवन साथी कैसे मिले?
युवा अवस्था में आते ही एक नयी दुनिया से आमना सामना होने लगता है और ऐसे उत्सुकता वश और अज्ञानता वश युवा गलत राहों पे चल पड़ते हैं | सवाल यह फितरती है की जब किसी युवा में सेक्स की इच्छा कुदरती तौर पे...
View Articleमेहमान का एहतिराम और इस्लाम
आज मेहमान नवाजी का दस्तूर ख़त्म सा होता जा रहा है और इसका अंदाज़ भी बदलता जा रहा है | मेहमान किसी के घर जब आता था तो वो या तो मुसाफिर हुआ करता था या फिर मुहब्बत या दोस्ती के रिश्ते से बंधा नेक इंसान...
View Articleमोमिन की पहचान
अक़वाले मासूमीन (अ0स0) मोमिन की सिफ़त :हदीस — पैग़म्बरे अकरम (सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि) ने अमीरल मोमेनीन अली (अलाहिस्सलाम ) से फ़रमाया कि मोमिने कामिल में 103 सिफ़तें होती हैं|और यह तमाम सिफ़ात पाँच...
View Articleकुरान क्या है ?
हमें ज्ञात है कि वर्तमान विकसित और औद्योगिक जगत में जो वस्तु भी बनाई जाती है उसके साथ उसे बनाने वाली कंपनी द्वारा एक पुस्तिका भी दी जाती है जिसमें उस वस्तु की तकनीकी विशेषताओं और उसके सही प्रयोग की...
View Articleजेहाद की आयात ८:६०-६४ को जानिए |
इस्लाम के बारे में साजिशों के तहत बहुत सी अफवाहें उडाई गयी औत झूटी बातें समाज में फैलाई गयी | ८:६०-६४ आयतें कुरान के सूरए अन्फ़ाल की हैं |और इनमे यह होदायत दी जा रही है की दुश्मन के मुकाबले खुद को...
View ArticleArticle 0
दुनिया भर के सभी सत्यप्रेमी मानवता के पुजारियों ने कर्बला में इमाम हुसैन के बेजोड़ बलिदान को सराहा और श्रद्धांजलि अर्पित की है| कभी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को कहते पाया की "मैंने हुसैन से सीखा है...
View Articleअल्लाह को पहचानो कुरान से |
अल्लाह को पहचानो कुरान से |ईश्वर एक ऐसा शब्द है जो जहन में आते ही एक बहूत ही महान वक्तित्व की कल्पना जहन में आता है जो हर वस्तु का स्वामी और पालणपोषक हो। उसने हर वस्तु को एकेले ही उत्पन्न किया हो,...
View Articleशरीयत और फिकह दो अलग चीजें है
बाराबंकी कर्बला सिविल लाइन में नौचंदी जुमेरात पर एक मजलिस को खिताब करते हुए ऑल इण्डिया मुस्लिम लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना डा. सैयद कल्बे सादिक ने कहा हमें हर काम करने से पहले शैतान के शर के पनाह के...
View Articleअल्लामा हिल्ली और नास्तिक
प्राचीन काल से ही मनुष्य के मन में यह प्रश्न उठता रहा है कि सृष्टि का आरंभ कब हुआ, कैसे हुआ, क्या यह संभव है कि मनुष्य कभी यह समझ सके कि चाँद, सितारे, आकाशगंगाएं, पुच्छलतारे, पृथ्वी, पर्वत, उसकी ऊँची...
View Articleलोगों के बीच सुलह सफ़ाई कराने की अहमियत
आज के दौर में इंसानों के दिलों से अपने रिश्तेदारों और दोस्तों की मुहब्बत कम होती जा रही है और ज़रुरत के रिश्ते बनाने का रिवाज सा चल निकला है | इस समाज में ऐसे बहुत से लोग हैं जो दो इंसानों का प्यार...
View Articleहज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) की इबादतों पर हक़्क़ानीयत को नाज़ है
अल्लाह ने तमाम आलमें इंसानियत की हिदायत के लिये इस्लाम में कई ऐसी हस्तियों को पैदा किया जिन्होने अपने आदात व अतवार, ज़ोहद व तक़वा, पाकीज़गी व इंकेसारी, जुरअतमंदी, इबादत, रियाज़त, सख़ावत और फ़साहत व...
View Articleकुरआन की चालीस ‘रब्बना’ दुआ
४० कुरआन की ‘रब्बना’ दुआ क्रमअरबीArebic – Englishहिंदी अनुवादEnglish Translation1رَبَّنَا تَقَبَّلْ مِنَّا إِنَّكَ أَنْتَ السَّمِيعُ العَلِيمُ [البقرة :127]Rabbana taqabbal minna innaka antas Sameeaul...
View Articleफिरका परस्ती एक नासूर
बिस्मिल्लाह अर् रहमान अर् रहीमअल्लाह के नाम से जो बड़ा महेरबान और बहुत रहेमवाला है.सब तारीफे अल्लाह के लिए है जो तमाम जहाँ का पालनेवाला है, हम उसीकी तारीफ़ करते है और उसी का शुक्र अदा करते है. अल्लाह...
View Article