मक्का हो गया सूना कोरोना के खौफ से | नयी तसवीरें वायरल आप भी देखिये |
मक्का हो गया सूना कोरोना के खौफ से | नयी तसवीरें वायरल आप भी देखिये |कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुई. इससे दुनियाभर में अब तक 4,600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी...
View Articleक्या केवल दुआओं से कोरोना जैसी महामारी से लड़ना इस्लाम का पैगाम है ?
कोरोना वायरस ने आज पूरी दुनिया को ख़ौफ़ज़दा कर दिया है और हर इंसान एक ऐसे दुश्मन से लड़ने को तैयार दिखता है जो नज़र तो नहीं आता बल्कि इस बात का डर बना रहता है की ना जाने किस तरफ से उनके शिकार हो जाएं |...
View Articleइस्लाम में खुद खुशी हराम है सूरह ४: अन निसा
यदि आपको यह मालूम हो चूका है की अगर आप सावधान न रहे तो आपको ऐसी बीमारी लग सकती है जो जानलेवा है और फिर भी सावधानी नहीं बरत रहे तो यह खुद खुशी कहलाएगी | हाँ आपने सावधानी बरती फिर भी लग जाय तो मसला अलग...
View Articleखौफ (डर ), नफरत , मानसिक अशांति , ईर्ष्या इत्यादि से बचें और कोरोना को दूर...
कोरोना का शिकार वो आसानी से नहीं हो सकता जिसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) मज़बूत होता है | खौफ (डर ), नफरत , मानसिक अशांति , ईर्ष्या इत्यादि प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर करते हैं | भरपूर...
View Articleसेहत और बिमारियों के बारे में मासूमीन (अ) के क़ीमती अक़वाल|
सेहते चश्म (आँख की देख रेख और इलाज )१) अगर आँख में तकलीफ़ हो तो जब तक ठीक न हो जाये बायीं करवट सो। (रसूले ख़ुदा स0)२) तीन चीज़ें आँख की रोशनी में इज़ाफ़ा करती हैं। सब्ज़े (हरियाली ) पर, बहते पानी पर और नेक...
View Articleवे मसाएल जिनका जानना ज़रूरी है |
तक़लीदसवाल: क्या तक़लीद के बाद पूरी तौज़ीहुल मसाइल का पढ़ना ज़रुरी है?जवाब: आयतुल्लाह सीस्तानी: उन मसाइल का जानना ज़रूरी है जिस से इंसान हमेशा दोचार है।आयतुल्लाह ख़ामेनई: ज़रूरी नही है बल्कि सिर्फ़ दर...
View Articleआयतल कुर्सी हदीस के आईने में
1. Rasule Khuda (saww)se J. Abuzar Gaffari (ra) ne sawaal kiya ke "Allah Ta'ala ki jaanib se naazil ki huwi Aayaat mein se kaun si Aayat sab se buzurg (Aazam) hai.Aap (saww) ne farmaya "Ayatul...
View Articleरमज़ान का महीना, सेयाम का महीना, इस्लाम का महीना, पाकीज़गी का महीना | सहीफ़ा...
रमज़ान के महीने के इस्तेक़बाल करने की दुआसहीफ़ा कामेलहशुरू करता हूँ अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और निहायत रहम वाला है तमाम तारीफ़ उस अल्लाह के लिये है जिसने अपनी हम्द व सेपास की तरफ़ हमारी रहनुमाई की...
View Articleजानिए माह ऐ रमज़ान में कौन से तारिख किस काम के लिए अच्छी या बुरी है |
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View Articleरोजे में उपवास और जल के त्याग का मक़सद यह है कि आप दुनिया के भूखे और प्यासे...
माह-ए-रमज़ान मुबारक ! इस्लामी कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना माह-ए-रमज़ान शुरू हो रहा है। यह क़ुरआन शरीफ के दुनिया में नाजिल होने का महीना है। यह महीना इस्लाम के अनुयायियों को ही नहीं, समूची मानव जाति को...
View Articleवालेदैन की अहमियत इमाम सज्जाद अ.स. की निगाह में
इमाम सज्जाद अ.स. जिस समय पैदा हुए उस समय आपके दादा इमाम अली अ.स. की इमामत थी, आपने इमाम अली अ.स. की ख़ेलाफ़त के तीन साल और इमाम हसन अ.स. की ख़ेलाफ़त के कुछ महीने देखे हैं, आप 61 हिजरी में आशूर के दिन...
View Articleक़ुरान की नज़र से वालेदैन के लिए औलाद की ज़िम्मेदारियाँ
क़ुर्आन और मासूमीन अ.स. की हदीसों में वालेदैन के साथ नेक बर्ताव और अच्छे अख़लाक़ से पेश आने पर बहुत ज़ोर दिया गया है, अल्लाह ने कई जगहों पर अपनी वहदानियत, इबादत और शुक्र अदा करने के हुक्म के साथ...
View Articleहज़रत अली अलैहिस्सलाम की शहादत और वसीयत |
हजरत अली अलैहिस्सलाम की वसीयत की कुछ अहम् बातें |1. तक्वा अखियार करो और अल्लाह से डरते रहो |२. ज़िन्दगी में अनुशासन पे ध्यान दो और अपने कामो को आसान बनाओ |३. लोगो के बीच मतभेदों को दूर करो |४. लोगों की...
View Articleमैं बंदा खुदा का और अली का गुलाम हूँ |
मैं क़ाएल ऐ खुदा औ इमाम हूँ बंदा खुदा का और अली का गुलाम हूँ | हज़रत अली अस का मशहूर कथन है की मुसलमान तुम्हारा धर्म से भाई है और गैर मुसलमान तुम्हारा इंसानियत के रिश्ते से भाई है |आज सभी मुसलमानो के...
View Articleहज़रत अली अ0 की वसीयत पे अमल ही अली की विलायत पे यक़ीन की दलील है |
अपने पड़ोसियों के बारे में अल्लाह से डरते रहना..... क्योंकि उनके बारे में पैग़म्बर स0 ने बराबर हिदायत की है और आप इस हद तक उनके लिए सिफ़ारिश फऱमाते रहे कि हम लोगों को ये गुमान होने लगा कि आप उन्हें भी...
View Articleतब्लीगी जमात के लोग कभी लड़ाई झगड़े की बात नहीं करते- डॉ कल्बे सादिक़
लखनऊ । तब्लीगी जमात के समर्थन मे आये शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ कल्बे सादिक़तब्लीगी जमात को मीडिया ने बदनाम करके मुल्क का माहौल ख़राब किया- डॉ कल्बे सादिक़तब्लीगी जमात मुल्क के वफादार है- डॉ कल्बे सादिक़...
View Articleलोगों को धर्म के नाम पे एक जगह जमा ना करें और ना जाएँ क्यों की कोरोना के खतरे...
मुंबई से आया मेरा दोस्त "दूर "से सलाम करो | साथ में न घूमो फिरो बोलो घर में आराम करो | कोरोना को हलके में न लीजे और ना जज़्बात से काम लीजे यह हर मुसलमान का फ़र्ज़ है की अक़्ल का इस्तेमाल करे क्यों आपकी...
View Articleतक़वा
एक जाना पहचाना और बहुत ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला लफ़्ज़ (शब्द) है। कुर्आन में यह लफ़्ज़ noun और verb दोनों सूरतों में पचासों जगह पर आया है। यह लफ़्ज़ लगभग उतनी ही बार इस्तेमाल हुआ है जितनी बार मसलन...
View Articleआदमी को आदमी से प्यार करना चाहिए, ईद क्या है एकता का एक हसीं पैगाम है।
सभी लोगों को ईद की मुबारकबाद के साथ मैं सबसे पहले मशहूर शायर कामिल जौनपुरी के इन शब्दों को आप सभी तक पहुंचाना चाहूँगा |मैखान-ए-इंसानियत की सरखुशी, ईद इंसानी मोहब्बत का छलकता जाम है।आदमी को आदमी से...
View Articleफितरे की रक़म शहर के बाहर नहीं जानी चाहिए यदि आपके शहर में गरीब हैं तो |
ईद मे गरीबो का ख्याल अवश्य रखे | फ़ितरा उस धार्मिक कर को कहते हैं जो प्रत्येक मुस्लिम परिवार के मुखिया को अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य की ओर से निर्धनों को देना होता है| रमज़ान में चरित्र और...
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